आखिरकार मिली बराबरी, अब और मजबूत होंगे इरादे

आखिरकार मिली बराबरी, अब और मजबूत होंगे इरादे


सेना में महिला अधिकारियों को भी स्थायी कमीशन देने के फैसले के बाद सेना से जुड़ी और सेना में जाने की तैयारी कर रही महिलाओं में खुशी की लहर है। स्थाई कमीशन को लेकर फैसले पर सर्वाधिक खुशी एनसीसी कर रही छात्राओं में दिखी। गोरखपुर विश्वविद्यालय से एनसीसी कर रही छात्राओं ने इसे महिलाओं के लिए सबसे बड़ी जीत करार दिया है। ‘हिन्दुस्तान सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर कुछ एनसीसी कैडेट, सेना के पूर्व अफसर और वर्तमान महिला अफसर से बात की तो उन्होंने खुलकर अपनी खुशी जाहिर की।


गोरखपुर की रहने वाली लेफ्टिनेंट कर्नल मध्य कमांड लखनऊ माधवी सिंह इस फैसले से बेहद खुश हैं। अब उन्हें पुरुष सेना अधिकारियों की तरह स्थाई कमीशन मिल सकेगा। वहीं विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रही एनसीसी कैडेट विजयलक्ष्मी ने बताया कि वह सेना में जाना चाहती हैं। अभी तक तो सेना में महिलाओं को अस्थायी कमीशन मिलता था लेकिन अब जब स्थायी कमीशन मिलेगा तो उनके इरादे और मजबूत होंगे, साथ ही लड़कियों का सेना की तरफ और रुझान बढ़ेगा।


इस फैसले से महिला ऑफिसर्स को भी पुरुष ऑफिसर्स की तरह प्रमोशन मिल सकेंगे। इससे युवतियों में सेना के प्रति और रुझान बढ़ेगा। साथ ही इसमें उनका भविष्य भी काफी उज्वल होगा।


- माधवी सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल, मध्य कमान, लखनऊ


यह महिलाओं की बड़ी जीत है। स्थायी कमीशन से महिला ऑफिसर्स का मनोबल और मजबूत होगा। इससे महिलाएं इस क्षेत्र में और जोश व जज्बे के साथ आएंगी।


- एसबी सिंह, सेवानिवृत्त फ्लाइंट आफिसर


सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला निश्चित तौर पर ऐतिहासिक है। इससे हमें भी सेना में पुरुषों की तरह स्थायी कमीशन मिल सकेगा। लड़कियां सेना आफिसर के रूप में काफी आगे जा सकेंगी।


- आशा, एनसीसी कैडेट


यह लड़कियों के लिए ऐतिहासिक जीत है। इससे युवतियां सेना में जाने के लिए और अधिक प्रेरित होगी। वह पुरुष आफिसर्स से कंधे से कंधा मिलाकर चल सकेंगी।


सपना, बी-सर्टिफिकेट पास


अभी तक तो सेना में महिलाओं को अस्थायी कमीशन मिलता था लेकिन अब जब स्थाई कमीशन मिलेगा तो उनके इरादे और मजबूत होंगे। मैं भी सेना में जाना चाहती हूं।


विजयलक्ष्मी, बी-सर्टिफिकेट पास


यह जानकर काफी खुशी हुई कि सेना में महिला ऑफिसर्स को भी स्थाई कमीशन दिया जाएगा। सुप्रीमकोर्ट का यह ऐतिहासिक निर्णय है।